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Delhi MCD: छह वार्ड समितियों में सियासी खींचतान, शाहदरा उत्तर और रोहिणी जोन में मुकाबला दिलचस्प

Delhi MCD: दिल्ली नगर निगम (MCD) में बहुमत के बिना भी बीजेपी ने 10 जोनों में और आम आदमी पार्टी (AAP) ने 11 जोनों में उम्मीदवार खड़े करके रणनीतिक चालें चली हैं। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि चुनाव तक खेल का यह दांव चलता रहेगा। सबसे दिलचस्प मुकाबला पूर्वी दिल्ली के शाहदरा उत्तर और उत्तर दिल्ली के रोहिणी जोन में देखने को मिलेगा।

Delhi MCD: छह वार्ड समितियों में सियासी खींचतान, शाहदरा उत्तर और रोहिणी जोन में मुकाबला दिलचस्प

AAP-BJP की गणनाएँ जारी

बीजेपी के लिए शाहदरा उत्तर जोन में अपने काउंसलरों को नियंत्रित रखना चुनौतीपूर्ण होगा, जबकि AAP को रोहिणी और साउथ जोन पर करीब से नजर रखनी होगी। दोनों पार्टियों को इन वार्ड समितियों में चुनाव जीतने के लिए राजनीतिक गणनाएँ करनी होंगी और यहां स्थायी समिति के अध्यक्ष को चुनना होगा।

2022 के निगम चुनावों में, बीजेपी ने 12 में से चार जोनों में बहुमत हासिल किया था, जबकि AAP ने आठ में बहुमत प्राप्त किया था। लेकिन लेफ्टिनेंट गवर्नर वीके सक्सेना ने अपने अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए तीन जोनों से 10 निर्वाचित सदस्य नियुक्त किए, जिससे सीधे तौर पर बीजेपी को लाभ मिला।

रामचंद्र की AAP में वापसी

नरेला जोन में चार, सिविल लाइन्स में चार और सेंट्रल जोन में दो निर्वाचित सदस्य नियुक्त कर बीजेपी ने यहां बहुमत हासिल कर लिया या इसके करीब पहुँच गई। फिर भी, हाल ही में बीजेपी ने सेंट्रल जोन से तीन काउंसलर और नरेला जोन से दो काउंसलरों को शामिल कर बहुमत से अधिक संख्या सुनिश्चित की। हालांकि रामचंद्र ने AAP में वापसी की है, बीजेपी के पास अभी भी जीतने के लिए पर्याप्त संख्या है।

AAP ने 11 जोनों में उम्मीदवार खड़े किए

बीजेपी ने बहुमत से दूर होते हुए भी AAP के सामने समस्याएँ खड़ी कर दी हैं। वहीं, AAP ने पांच जोनों में बहुमत होते हुए भी बीजेपी के खिलाफ 11 जोनों में उम्मीदवार खड़े किए हैं। शाहदरा उत्तर जोन में बीजेपी को सबसे ज्यादा समस्याएँ हो सकती हैं। यहां बीजेपी के पास 35 में से 18 काउंसलर हैं, जबकि कांग्रेस के पास 4, एक स्वतंत्र और AAP के पास 12 काउंसलर हैं। संभावना है कि AAP या कांग्रेस यहाँ हाथ मिला सकती है और बीजेपी को धोखा दे सकती है।

मुकेश गोयल की स्थायी समिति में अनुपस्थिति

AAP के नेता मुकेश गोयल स्थायी समिति में नहीं होंगे, हालांकि वे हाउस के नेता हैं। AAP ने उन्हें सिविल लाइन्स जोन से उम्मीदवार नहीं बनाया। आमतौर पर, ruling पार्टी हाउस के नेता को या तो उसी जोन से या हाउस से स्थायी समिति में भेजती है। लेकिन गोयल को पहले भी सदस्य नहीं बनाया गया और न ही उन्हें जोन से उम्मीदवार बनाया गया। संभवतः गोयल को हाउस में कमलजीत सेहरावत की खाली सीट पर स्थायी समिति में भेजा जा सकता है। हालांकि, गोयल के समर्थक उनकी अनुपस्थिति को लेकर नाराज हैं।

बीजेपी और AAP का बहुमत इन जोनों में

बीजेपी के पास बहुमत वाले जोन:

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शाहदरा साउथ
शाहदरा उत्तर
केशवपुरम
सेंट्रल
नरेला
सिविल लाइन्स
नजफगढ़
AAP के पास बहुमत वाले जोन:

साउथ
रोहिणी
सिटी एसपी
करोल बाग
वेस्ट
दोनों पार्टियों का संख्या बल इन पांच जोनों में:

नरेला जोन

कुल सदस्य: 20
बीजेपी: 7
AAP: 9
नामांकित: 4

सिविल लाइन्स जोन

कुल सदस्य: 19
बीजेपी: 6
AAP: 9
नामांकित: 4

रोहिणी जोन

कुल सदस्य: 23
बीजेपी: 8
AAP: 14
कांग्रेस: 1

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सेंट्रल जोन

कुल सदस्य: 27
बीजेपी: 13
AAP: 10
कांग्रेस: 2
नामांकित: 2

साउथ जोन

कुल सदस्य: 23
बीजेपी: 7
AAP: 15
कांग्रेस: 1

शाहदरा उत्तर

कुल सदस्य: 35
बीजेपी: 18
AAP: 12
कांग्रेस: 4
स्वतंत्र: 1

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